Ansh Patidar Success Story: हैलो दोस्तों, हमारे इस नए आर्टिकल में आपका स्वागत है, आज हम आपको एक ऐसे लड़के की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने JEE Preparation छोड़कर 15 साल की उम्र में एक असफल स्टार्टअप शुरू किया और फिर 19 साल की उम्र में करोड़ों रुपयों का मालिक बना। हम बात कर रहे हैं अग्रीवा ऑर्गेनिक्स के फाउन्डर अंश पाटीदार की जिन्हने खेती के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाई और उनकी कंपनी ने खेती को एक नए आयाम पर पहुंचाया।
कहते हैं अगर आप किसी भी काम को पूरे जोश और सब्र से करते हों और अपने सपने को पूरा करने के लिए सब कुछ छोड़ सकते हो, तो कुदरत भी आपको सफलता पाने से नहीं रोक सकती। Agriwa Organics के founder Ansh Patidar की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। जिन्होंने महज 17 साल की उम्र में फैल स्टार्टअप से लेकर आज एक सफल स्टार्टअप बनाने में कामयाब रहे और उनकी इसी कंपनी की कीमत आज 50 करोड़ रुपए से भी अधिक है।
Ansh Patidar Success Story
अंश पाटीदार भोपाल के एक छोटे किसान परिवार से आते हैं। उन्होंने अपनी शिक्षा इंदौर के Prestige Institute of Management and Research, Indore से पूरी की। अंश पाटीदार का उद्देश्य खेती के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाना था जिसकी मदद से अवशेष मुक्त खेती को बढ़ावा मिल सके जिसकी नींव उन्होंने अपनी 10वी कक्षा में ही रख दी थी।
पाटीदार बचपन से ही पढ़ाई में अच्छा था और एक इंजीनियर बनने का सपना लेकर उनकी आँखों में एक अलग ही चमक थी। 10वीं कक्षा में 90% अंक प्राप्त करने के बाद वे इंजीनियर बनने के अपने सपने को सच होता हुआ देख रहे थे लेकिन शायद कुदरत को कुछ और ही मंजूर था।
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एक बार जब उन्होंने देखा कि उनके पिता की फसल की पैदावार सही नहीं हुई और किसानों को उनकी फसल के मुताबिक सही दाम भी नहीं मिलता है तो वे सोच में पड़ गए कि आखिर वे इस स्थिति को कैसे दूर कर सकते हैं। उनकी पारिवारिक स्थिति भी काफी कमजोर हो गई थी जिस वजह से वह अपने पिता की खेती में मदद करना चाहता था।
इसके बाद 15 साल की उम्र में ही उनकी खेती में रुचि और भी बढ़ने लगा और उन्होंने ठान लिया की अगर कुछ करना है इन किसानों की खेती से जुड़ा ही कुछ करना है जिससे किसानों को अवशेष मुक्त खेती, कम दामों में उर्वरक उपलब्ध कराना और उनकी फसल का सही मूल्य प्राप्त कराना ही उनका लक्ष्य बन गया।
15 साल की उम्र में शुरू किया स्टार्टअप
किसानों की समस्या को सुलझाने, खेती में और भी अधिक उन्नति लाने के उद्देश्य से अंश पाटीदार ने 15 साल की उम्र में ही एक स्टार्टअप की शुरुआत की। उन्होंने अपनी 3 हज़ार रुपए की सैविंग से उन्होंने खेतों में इस्तेमाल होने वाले उर्वरक को किसानों तक कम से कम दामों में पहुंचाने का काम शुरू किया। लेकिन ये सब इतना आसान नहीं था उनको उनका पहला कस्टमर मिलना ही एक बहुत बड़ा चैलेंज था। पाटीदार ने अपना पहला प्रोडक्ट अपने ही पड़ोसी किसान को बेचा और उन्होंने उस प्रोडक्ट की काफी तारीफ की, बस क्या था यहीं से उन्हें एक नई ऊर्जा मिली और अपने सपने को सच करने के लिए दिन रात मेहनत करने लगे।
सब कुछ ठीक चल रहा था और अपने दोस्तों की चार लोगों की एक टीम बन गई जो अपने स्टार्टअप को आगे बढ़ाने में मेहनत करने लगे। वे शाम को खेतों में जाकर किसानों से अपने प्रॉडक्ट्स की खूबियों को बताकर उन्हें अपनी प्रॉडक्ट्स को खरीदने के लिए कहते जो प्रॉडक्ट्स उन्हें बाहर ज्यादा कीमत देकर खरीदना पड़ता था उससे उन्नत क्वालिटी का उर्वरक पाटीदार ने सस्ते दामों में किसानों तक पहुंचाने का काम किया।
16 साल की उम्र में 9 लाख रुपए का कर्जा
लेकिन उनकी खुशी ज्यादा दिनों तक नहीं चली, एक ही साल के भीतर उनका स्टार्टअप पूरी तरह फैल हो गया और वह साढ़े नो लाख रुपए के कर्जे में आ गया। 16 साल की उम्र में इतने पैसों के कर्जे में डूब जाना, पाटीदार ने इसका बोझ नहीं झेल सका और वे डिप्रेशन में चले गए। सब कुछ बर्बाद हो गया और उनकी पूरी मेहनत बेकार होती हुई दिख रही थी। पाटीदार का कहना है कि लोग हमेशा उन्हें यही कहते थे कि “बेटा ये बिजनेस वगेरा करना तुम्हारा काम नहीं है, तू पढ़ाई में अच्छा है पढ़ाई ही कर।”
लेकिन पाटीदार ने ठान लिया था कि उन्हें यही करना है और उन्होंने अपने दोस्तों के साथ अपनी असफल बिजनेस का पूरा एनालाईस किया और पता लगाया कि उनसे कहाँ चूक हुई। और फिर उन्हें दुबारा एक नई स्टार्टअप की नींव रखी।
खेती के क्षेत्र में नई क्रांति
अंश पाटीदार ने अपनी गलतियों से सीखते हुए 2022 में एक नई कंपनी की शुरुआत की जिसके लिए उन्हें 9 लाख रुपए के कर्जे में होने के बाद भी लोगों से और पैसे उधार लेने पढ़ें। और उन्होंने Agriwa Organics International Pvt. Ltd. नाम की एक सफल कंपनी बनाने में कामयाबी पाई। उन्होंने 21 लोगों की टीम के साथ खेती के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाई। उन्होंने ड्रोन स्प्रे सर्विस की सहायता से किसानों को मुफ़्त में खेती की दवाई के साथ-साथ ड्रोन स्प्रे सेवाएं प्रदान कीं।
पाटीदार के अग्रीवा ऑर्गेनिक स्टार्टअप ने ड्रोन की सहायता से फसलों पर रसायनों की मुफ़्त छिड़काव की व्यवस्था की जिससे पानी की बचत के साथ साथ खेती में इस्तेमाल होने वाले अत्यधिक दवाइयों के छिड़काव से भी मुक्ति मिली और खेती में होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सका।
आज अंश पाटीदार की कंपनी की कीमत 50 करोड़ रुपए से अधिक है और उनकी कंपनी ने 10,000 किसानों की सहायता की है। अब उनकी और उनकी टीम की योजना है कि वे अगले 2 से 3 सालों में 50,000 एकड़ फसलों तक में विस्तार करेंगे और एक नई प्रदूषण मुक्त फसल की पैदावार को बढ़ावा देते रहेंगे।
आशा है दोस्तों आपको Ansh Patidar की Successful Story पसंद आयी होगी और आपको भी अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए एक नया जोश और जज्बा मिला होगा ऐसे ही सफल कहानी पढ़ने के लिए हमें सपोर्ट करते रहे। और आप चाहे तो इस विडिओ को भी देख सकते हैं जहां पाटीदार ने अपनी कहानी को और भी अधिक गहराइयों के साथ बताया है।
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